वूमेन्स क्रिकेटरों को भी भाया छत्तीसगढ़ का कोसा सिल्क 

रायपुर। देश-दुनिया के लोगों द्वारा जब साड़ी ट्विटर पर साड़ियों की फोटो हैशटेग की जाने लगी तो ट्विटर पर लोगों को छत्तीसगढ़ के हैण्डलूम और कोसा-सिल्क की साड़िया भी खूब पसंद आई। हैशटैग साड़ी ट्विटर पर कोसा के यूनिक कलेक्शन की जानकारी होने पर भारत की महिला क्रिकेटर भी छत्तीसगढ़ सदन नई दिल्ली में लगी हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम की प्रदर्शनी में खरीददारी करने आ पहुंची।  
पूर्व रणजी खिलाड़ी और वर्तमान के बीसीसीआई की कोच रागिनी मल्होत्रा को छत्तीसगढ़ सदन की प्रदर्शनी में साड़ियां व सूट खूब पसंद आया। उन्होनें बताया कि, यहां से मैं जो साड़ियां ले रही हूँ व महज पहनावा नहीं है, यह मेरे लिए जज्बात है, जश्न है, याद है, पहचान है। रणजी मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर उन्हें एक प्रशंसक ने छत्तीसगढ़ कोसे का स्टाल उपहार में दिया था। वह कोसे का स्टाल आज भी उन्हांेने संभाल कर रखा है। उनकी बहुत लम्बे समय से तमन्ना थी कि छत्तीसगढ़ के कोसा-सिल्क की साड़ियां और सूट ले कर अपने परिवार वालों को उसे उपहार में दें। आज वह तमन्ना मेरी पूरी हुई।
प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ की कोसा-सिल्क व हैण्डलूम की साड़ियां और अन्य उत्पादों को देख रागिनी काफी प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि यह महीन बुनाई और कढ़ाई की शानदार- अद्भुत कारीगरी हैै। 
कुछ इसी तरह की यादें छत्तीसगढ़ सदन में लगी प्रदर्शनी में आई भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फिटनेस ट्रेनर व पूर्व रणजी खिलाड़ी प्रियंका से जुड़ी थी। उन्होने बताया कि, उनकी मां को छत्तीसगढ़ के कोसा-सिल्क के परिधान बेहद पसंद है। सोशल मीडिया के माध्यम से जब पता लगा कि, छत्तीसगढ़ के कोसा-सिल्क व अन्य उत्पादों की प्रदर्शनी नई दिल्ली में लगी है और खुद बुनकर यहां पर अपने यूनिक उत्पादों को ले कर आये है तो वह अपने को रोक न सकी और यहां चली आई। उन्होंने बताया कि, छत्तीसगढ़ के कोसा-सिल्क की खूबसूरती के बारे में उन्हें पहले से पता था। जब उन्हें किसी परिचित द्वारा यह पता चला कि दिल्ली में छत्तीसगढ़ के कोसा सिल्क के परिधानों की प्रदर्शनी लगी है तो वे अपने को रोक नहीं पाई। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ साड़ी की लोकप्रियता ने वूमेन्स क्रिकेटरों की भी काफी आकर्षित किया है। आज के युवा छत्तीसगढ़ के कोसा-सिल्क के सूट बेहद पसंद करते  है।

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