शिक्षा मंत्री डोटासरा के 2 रिश्तेदारों का RAS में चयन, सभी के मार्क्स एक समान, जानें पूरा विवाद

जयपुर. राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा यानी आरएएस (RAS) में राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Education Minister Govind Singh Dotasara) के दो रिश्तेदारों के चयन पर बीजेपी ने सवाल खड़े कर दिए है. डोटासरा के दोनों रिश्तेदारों को इंटरव्यू में 100 में से 80 अंक दिए गए. जबकि इस पीरक्षा की टॉपर को इंटर्व्यू में महज 77 अंक मिले. अब इस मुद्दे पर बीजेपी ने जांच की मागं की. दूसरी तरफ डोटासरा ने कहा कि योग्यता से मिले अंक और चयन हुआ है. कोई सिफारिश नहीं की. दरअसल, ये परीक्षा नतीजों से पहले से ही विवादों में है. एंटी करप्सन ब्यूरो ने नतीजों से पहले इस परीक्षा में इंटरव्यू में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर 23 लाख की घूस के मामले का भंडाफोड़ किया था. राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्या के पति को एसीबी ने इस मामले में वांरट जारी कर रखा है.

दरअसल, राजस्थान प्रशासनिक सेवा यानी आरएएस का रुतबा राज्य में वही है जैसा केंद्र की सेवा में आईएसएस का है. इस परीक्षा के नतीजे पांच दिन पहले ही घोषित किए गए. इन नतीजे में राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के दो रिश्तेदारों का चयन हुआ. डोटासरा की पुत्रवधु प्रतिभा के भाई गौरव और बहन प्रभा का भी चयन हुआ. गौरव और प्रभा के इंटर्व्यू में 100 मे से 80- 80 अंक आए. ये इंटर्व्यू में सबसे अधिक अंक पाने वालों की सूची में है. हैरानी की बात ये है कि इस परीक्षा में टॉपर रही मुक्ताराव को इनसे कम यानी 77 अंक इंटरव्यू में मिले. बीजेपी ने इस पर सवाल उठाया और कहा किये तो चमत्कार है, जांच हो.

गोविंद सिंह डोटसरा ने दी सफाई
मामले ने तूल पकड़ा तो गोविंद सिंह डोटसरा ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि दोनों रिश्तेदार गौरव और प्रभा प्रतिभाशाली हैं. चयन योग्यता के आधार पर हुआ है. शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार ने कहा कि इसमें किसी भी राजनेता का कोई लेना देना नहीं. किसी के रिश्तेदार या जानकार होने से चयन नहीं होता है क्या? मेरे बेटे का भी पहले चयन हुआ था. तब बीजेपी का राज था. मेरी पुत्रवधु की बहन और भाई होने से क्या हुआ.
दरअसल, इस परीक्षा में इंटरव्यू में अंकों पर सवाल इसलिए खड़े हो रहे हैं क्योंकि नतीजों से पहले राजस्थान एंटी करप्सन ब्यूरो ने इंटर्व्यू में अधिक अंक दिलाने के नाम पर घूस का मामला पकड़ा. एक अभ्यार्थी से 23 लाख एक दलाल ने मांगे थे.

आरोप है कि ये घूस राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्या राजकुमारी गुर्जर के पति भैंरोसिंह गुर्जर की ओर से मांगी गई. दलाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. भैरोसिंह को पूछताछ के लिए एसीबी नोटिस जारी कर चुकी है, लेकिन भैंरोसिंह फरार है. दरअसल, इस परीक्षा में तीन चरण होते हैं प्राथमिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार. साक्षात्कार में आयोग के सदस्य बैठते हैं. राजस्थान में पिछली बार आरएएस परीक्षा की भर्ती 2018 में निकली थी. नतीजे तीन साल बाद इस महीने जुलाई में आए. ये परीक्षा पास करने के बाद डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी जैसे पदों पर चयन होता है. एक संयोग ये भी कि डोटसरा की पुत्रवधु प्रतिभा का 2016 में आरएएस में चयन हुआ तब उसे भी इंटरव्यू में 80 अंक मिले थे. लेकिन तब डोटसरा मंत्री नहीं थे.

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