सर्दियों में अमरूद, गाजर, संतरे का सेवन होता है लाभदायक

सर्दियां अपने साथ ऐसे कई आहार, फल, सब्जियां लेकर आतीं हैं जो डायबिटीज (मधुमेह) को नियंत्रित करती हैं। सर्दियों में ऐसे कई मसाले हम आहार में शामिल कर सकते हैं जो मधुमेह  में लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस मौसम में मिलने वाले अमरुद और संतरा प्राकृतिक रुप से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद रहते हैं।
सर्दियों में डायबिटीज के मरीज खाएं अमरूद
अमरूद डाइड्री फाइबर का अच्छा सोर्स है। फाइबर ब्रेकडाउन होने में और पचने में काफी लंबा समय लेते हैं। ऐसे आहार जो पचने में समय लेते है वे एकदम से होने वाले ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल करते हैं। इसके साथ ही साथ अमरूद में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स  होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स यानी जीआई कार्बोहाइड्रेट की रिलेटिव रेंकिंग है। यह आपके ब्लड ग्लूकोज का स्तर तय करता है। डायबिटीज या मधुमेह के मरीजों को लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स (55 से कम) फूड लेना चाहिए। यह अचानक से होने वाले ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल करता है।
सर्दियों में डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए खाएं दालचीनी
ऐसे कई मसाले हैं जो गुणों से भरपूर हैं। दालचीनी डायबिटीज में मददगार साबित हो सकती है दालचीनी पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में फायदेमंद है। इससे ग्लूकोज और ट्रेग्लासराड्स जो कि एक तरह का फैट है, के स्तर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है। यह डायबिटीज और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है और साथ ही साथ दिल के रोगों के लिए भी बहुत बढ़िया है। डायबिटीज कम करने के लिए रोज सुबह पानी में दालचीनी डाल कर पी लें।
 डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार है संतरा
संतरे की प्रजाति के फल जैसे नींबू, संतरा, कीनू वगैरह डायबिटीज सुपरफूड हैं। इन्हें डायबिटीज से बचने के लिए अपने आहार में जरूर शामिल करें। संतरे में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। आप इन्हें सलाद में, रस या ऐसे ही कच्चा खा सकते हैं।
मधुमेह को दूर करेगी गाजर क्रंची और पोषण से भरपूर गाजर किसे नहीं पसंद। सर्दियों में गाजर का रस, गाजर की सब्जी और गाजर का हलवा खूब पसंद किया जाता है। गाजर में फाइबर भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो खून में शुगर रिलीज को धीमा करते हैं। इसके साथ ही साथ गाजर का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी बहुत ही कम होता है, जो इसे डायबिटीज के लिए अच्छा आहार बनाता है।
लौंग (क्लोव) तकरीबन हर भारतीय रसोई में होती है। लौंग में वॉलेटाइल ऑयल  होते हैं। जो एंटीइंफलेमेट्री, एनाल्जेसिक और डाइजेस्टिव फायदे देती है। इस मसाले यानी लौंग को ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। लौंग डायबिटीज में इसलिए भी फायदेमंद होता है, क्योंकि यह इंसुलिन बनाने में मददगार है। हाल ही में सामने आई एक स्टडी में यह बात सामने आई कि अनुवांशिक डायबिटीज में भी लौंग मददगार साबित होती है।तो इस्तेमाल करें ये आहार और देखें बदलाव।

 

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