साइलेंट किलर बना कोरोना

मप्र में हर दिन 9 लोगों की जान
85 प्रतिशत मरीजों में वायरस के लक्षण ही नहीं
टेस्टिंग कम होने से देश में अचानक बढ़े केस
अब एक बार फिर हर रोज हो रहे 10 लाख टेस्ट

नई दिल्ली/भोपाल। देश में कोरोना वायरस की ताजा लहर खतरनाक साबित हो रही है। देश में अभी 85 फीसदी मामले ऐसे हैं जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। यानी कोरोना अब एक साइलेंट किलर के रूप में उभरता दिख रहा है जो बिना लक्षणों के लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। मप्र में कोरोना से हर दिन तकरीबन 9 लोगों की मौत हो रही है। पिछले 24 घंटे में 2332 केस मिले हैं। यही स्थिति पिछले साल सितंबर में थी। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर और तेजी से बढ़ते केसों को देखते हुए सरकार ने टेस्टिंग भी बढ़ा दी है। जनवरी में कोरोना के मामले कम आने के कारण टेस्टिंग का आंकड़ा प्रतिदिन घटाकर छह लाख कर दिया गया था। अब एक बार फिर हर रोज 10 लाख टेस्ट किए जा रहे हैं। मार्च के दूसरे हफ्ते से अब तक पिछले 15 दिनों में टेस्टिंग 38 प्रतिशत बढ़ा दी गई है। कोरोना का एपिसेंटर महाराष्ट्र बनता दिख रहा है। कई दिनों से महाराष्ट्र में 30 हजार से अधिक केस रिपोर्ट हो रहे हैं। इस बीच बीएमसी के कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने बयान दिया है कि मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो गई है। मुंबई में सिर्फ 49 दिनों में 91 हजार कोरोना के केस रिपोर्ट किए गए हैं। बीएमसी के कमिश्नर के मुताबिक, मुंबई में अभी 74 हजार मामले ऐसे हैं जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं।

अब तक 24 करोड़ से ज्यादा लोगों की जांच
देश में अब तक 24 करोड़ 36 लाख से ज्यादा लोगों की जांच हो चुकी है। इनमें 5 प्रतिशत यानी 1.21 करोड़ लोग संक्रमित पाए गए। अब तक 1.14 करोड़ लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 5.49 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है। संक्रमण के चलते 1.62 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

13 राज्यों में नेशनल एवरेज से ज्यादा संक्रमित मिल रहे
देश के 13 राज्यों में केस पॉजिटिविटी रेट नेशनल एवरेज से भी ज्यादा है। देश में संक्रमितों के मिलने की रफ्तार 5 प्रतिशत है। अब 13 राज्यों के हालात देखें तो सबसे ज्यादा 14.1 प्रतिशत की स्पीड से महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की पुष्टि हो रही है। गोवा दूसरे नंबर पर है। यहां पॉजिटिविटी रेट 10.7 प्रतिशत है। नागालैंड में 9 प्रतिशत, चंडीगढ़ और केरल में 8.6 प्रतिशत, सिक्किम में 7.5 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 6.4 प्रतिशत, पुडुचेरी में 6.2 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में 6 प्रतिशत, त्रिपुरा में 5.2 प्रतिशत, मणिपुर और हिमाचल प्रदेश में 5.1 प्रतिशत पॉजिटिविटी रेट है।

पंजाब और सिक्किम में मौतें ज्यादा
देश में पंजाब और सिक्किम कोरोना मरीजों की डेथ रेट सबसे ज्यादा है । यहां भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों की सबसे ज्यादा जान जा रही है। पंजाब में 2.9 प्रतिशत और सिक्किम में 2.2 प्रतिशत डेथ रेट है। मतलब पंजाब में हर 100 मरीजों में से 3 लोग जान गंवा रहे हैं, जबकि सिक्किम में 2 मौतें हो रही हैं।

महाराष्ट्र ने बढ़ाई सभी की चिंता
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में मार्च महीने में कोरोना वायरस की रफ्तार बेकाबू हो गई है। मौजूदा वक्त में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल 3.40 लाख एक्टिव केस हैं। इनमें से मुंबई में 47 हजार से अधिक केस एक्टिव हैं, जबकि पुणे में 57 हजार के करीब एक्टिव मामले हैं। फरवरी में जहां महाराष्ट्र में हर दिन औसतन 5 हजार मामले आ रहे थे, वही रफ्तार अब 30 हजार से अधिक प्रतिदिन केस पर पहुंच गई है।

मप्र में 24 घंटे में 2332 नए संक्रमित मिले
मप्र में कोरोना दिन पर दिन खतरनाक होता जा रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में हर दिन तकरीबन 9 लोगों की मौत हो रही है। पिछले 24 घंटे में 2332 केस मिले हैं। यही स्थिति पिछले साल सितंबर में थी। 12 शहरों में रविवार को लॉकडाउन और शेष दिनों में नाइट कफ्र्यू लगाने के बाद हर रोज पॉजिटिव केस बढ़ते जा रहे हैं। मप्र में कोरोना की दूसरी लहर बेकाबू होती जा रही है। प्रदेश में तीन शहर भोपाल, इंदौर और जबलपुर में हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। इंदौर में 643, भोपाल में 498 और जबलपुर में 161 नए संक्रमित मिले हैं। अगर प्रदेश से तुलना करें, तो 55 प्रतिशत केस सिर्फ इन तीन शहरों में मिले हैं। संक्रमण दर दूसरे दिन भी 10 प्रतिशत से अधिक रही है। सरकार की चिंता कोरोना से हो रही मौतों को लेकर है। पिछले 24 घंटे में 9 मरीजों की जान गई। मध्यप्रदेश शासन द्वारा राज्य के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, बैतूल, छिन्दवाड़ा, खरगौन एवं रतलाम शहरों में 15 अप्रैल, 2021 तक समस्त स्कूल-कॉलेज में शिक्षण बंद किया है।

19 जिलों में 20 से अधिक केस
भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत प्रदेश के 52 में से 19 जिले ऐसे हैं, जहां हर रोज 20 से अधिक केस मिल रहे हैं। इनमें से महाराष्ट्र की सीमा से लगे शहरों में संक्रमण की रफ्तार तेज होती जा रही है। पिछले 24 घंटे में खरगोन (89), उज्जैन (70), बैतूल (68), ग्वालियर (55), रतलाम (54), धार (44), छिंदवाड़ा (42), सीहोर (34), शाजापुर (31), रीवा (28), खंडवा (27), झाबुआ (22) व नरसिंहपुर में (22) केस मिले हैं।

 

सीएम बोले- अस्पतालों में इंतजाम करना अब चैंलेंज
मप्र में कोरोना की दूसरी लहर को कंट्रोल करना अब चुनौती बनता जा रहा है। सरकार ने महाराष्ट्र से आने और जाने वाली बसों पर लगा प्रतिबंध एक माह (30 अप्रैल तक) बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है, उसे देखते हुए स्कूल फिलहाल नहीं खोले जाएंगे। रंगपंचमी के त्यौहार कोई सार्वजनिक आयोजन करने की इजाजत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में बेड की कमी ना रहे, यह हमारे सामने चैलेंज है।

संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की होगी ट्रेसिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमित के निकटतम लोगों की पहचान संदिग्ध होने पर उन्हें आइसोलेशन व्यवस्था करना अब अनिवार्य किया जा रहा है। अगर किसी का छोटा है तो उसमें आइसोलेट करने से कोई फायदा नहीं उसके लिए व्यवस्था बनाने पर हम विचार करेंगे।

जहां ज्यादा मामले, वहां वैक्सीनेशन तेजी से होगा
जहां ज्यादा मामले हैं वहां टेस्टिंग भी बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही इन शहरों में 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीनेशन शुरु हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों और नगरों में ज्यादा संक्रमण है, वहां वैक्सीनेशन के अभियान को हम युद्ध स्तर पर चलाएंगे।

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