सिक्किम सीमा विवादः भारत ने चीन को दिया करारा जवाब

नई दिल्ली। भारत ने सिक्किम के डोकलाम क्षेत्र में चीनी सेना की गतिविधियों को अपनी सुरक्षा के लिए चिंताजनक करार दिया है और चीन को २०१२ में बनी द्विपक्षीय सहमति का हवाला देते हुए कहा है कि भारत एवं भूटान की सहमति के बिना इस क्षेत्र में उसकी कोई भी निर्माण गतिविधि वैध नहीं है। विदेश मंत्रालय ने चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के वक्तव्य पर प्रतिक्रिया करते हुए आज विस्तार से अपना पक्ष रखा।

उसने कहा कि भारत चीन की गतिविधियों से बहुत चिंतित है और उसने चीन सरकार को अवगत कराया है कि डोकलाम क्षेत्र में इस प्रकार के निर्माण से सामरिक परिस्थितियों में बदलाव आयेगा और उसका भारत की सुरक्षा पर गहरा असर पड़ेगा। इस संदर्भ में भारतीय अधिकारियों ने चीन को याद दिलाया है कि दोनों देशों की सरकारों ने २०१२ में यह समझौता हुआ था कि भारत और चीन की सीमा पर किसी तीसरे देश के साझा सीमावर्ती क्षेत्रों के बारे में अंतिम फैसला संबंधित देश से बातचीत करके ही लिया जायेगा। अत: ऐसे त्रिपक्षीय सीमा क्षेत्र में एकतरफा ढंग से फैसले लेना उस समझौते का सीधा उल्लंघन है।

२०१२ में दोनों देशों में बनी थी सहमति
विदेश मंत्रालय के अनुसार सिक्किम क्षेत्र की सीमा को लेकर भी २०१२ में दोनों देशों में एक सीधी रेखा के आधार पर सीमांकन को लेकर पारस्परिक सहमति बनी थी। इस बारे में आगे की चर्चा दोनों देशों के बीच सीमा मसले पर विशेष प्रतिनिधि स्तर के फ्रेमवर्क के तहत हो रही है। इसलिए यह आवश्यक है कि सभी पक्ष अत्यंत संयम बरतें और द्विपक्षीय सहमतियों का पालन करते हुए यथास्थिति में एकतरफा बदलाव लाने का प्रयास न करें। भारत ने कहा कि यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत एवं चीन के बीच विशेष प्रतिनिधि स्तर की वार्ता प्रक्रिया का दोनों पक्ष अत्यंत सावधानी पूर्वक सम्मान करें।

भारत ने हमेशा से ही चीन के साथ अपनी सीमा खासकर त्रिपक्षीय सीमाक्षेत्र के अंकन को लेकर समाधान के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है। भारत ने कहा कि वह चीन के साथ लगती अपनी सीमा पर शांति एवं स्थिरता पर गौरव करता है। यह स्थिति आसानी से प्राप्त नहीं हुई है। दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा के सभी मुद्दों पर चर्चा एवं समाधान करने के लिए एक संस्थागत प्रणाली स्थापित करने के वास्ते बहुत परिश्रम किया है ताकि सीमा पर शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित हो सके। भारत चीन के साथ अपने सभी सीमा मसलों का शांतिपूर्ण समाधान निकालने को लेकर प्रतिबद्ध है।
 

Leave a Reply