2 साल बाद चेन्नई में फिर बाढ़ का खतरा, 4 दिन तक हो सकती है बारिश

चेन्नई. तमिलनाडु और खासकर चेन्नई में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। चेन्नई में रविवार रात शुरू हुई बारिश सोमवार दोपहर तक जारी थी। ज्यादातर स्कूलों में सोमवार को छुट्टी रही। सड़कों पर वॉटर लॉगिंग की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले चार से पांच दिन तक बारिश जारी रहेगी। इसके बाद एडमिनिस्ट्रेशन अलर्ट पर है। बता दें कि दिसंबर 2015 में भी चेन्नई में भारी बारिश हुई थी। उस दौरान तमिलनाडु में 188 लोगों की मौत हो गई थी।

कोस्टल जिलों में अलर्ट जारी

– मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोन की वजह से राज्य में तेज बारिश के हालात बने हैं। कोस्टल डिस्ट्रिक्ट्स के लिए खासतौर पर अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटे में बारिश की रफ्तार तेज हो सकती है। 

– चेन्नई, तिरुवल्लूर, नागापट्टिनम, कांचीपुरम, तंजौर, तिरुवरूर और रामनाथपुरम को खासतौर पर अलर्ट पर रहने के लिए कहा गया है।

चेन्नई की मुश्किलों में इजाफा

– रविवार देर रात चेन्नई में बारिश शुरू हुई। ये सोमवार दोपहर तक जारी थी। एडमिनिस्ट्रेशन की तमाम कोशिशों के बावजूद कई सड़कों पर वॉटर लॉगिंग की वजह से जाम लग गया। कई चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल काम नहीं कर रहे थे। 

– बारिश के साथ तूफानी हवाओं ने हालात और खराब कर दिए। सोमवार को यहां 35 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। करीब 8 एमएम बारिश हुई।

2015 में हुई थी 270 लोगों की मौत

– चेन्नई की हिस्ट्री में बाढ़ के लिहाज से 2015 बेहद खतरनाक साल था। कई दिन तक राज्य और खासकर चेन्नई शहर में भारी बारिश हुई। चेन्नई में खराब ड्रैनेज और सीवेज सिस्टम के चलते हालात बद से बदतर हो गए थे। 

– सड़कों पर चार से पांच फीट तक पानी था। 270 लोगों की मौत हुई थी। शहर के ज्यादातर इलाकों में खतरे की वजह से बिजली काट दी गई थी। सबसे ज्यादा दिक्कत कम्युनिकेशन सिस्टम के खराब होने से हुई। मोबाइल और लैंडलाइन नेटवर्क बहुत हद तक खराब हो चुके हैं। 

– हालात सामान्य हुए तो जांच कराई गई। रिपोर्ट में हालात बिगड़ने की तीन वजहें सामने आईं। पहली- खस्ताहाल सीवेज और ड्रैनेज सिस्टम। दूसरी- इलीगल कंस्ट्रक्शन और तीसरी- एडमिनिस्ट्रेशन की अधूरी तैयारी।

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