4 दिसंबर को है साल का अंतिम सूर्य ग्रहण, इन 5 राशिवालों के लिए होगा शुभ

सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष मास की अमावस्या के दिन शनिवार को लगेगा. इस दिन 4 दिसंबर है. यह सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में लग रहा है. आगे पढ़ें सूर्य ग्रहण का समय, सूतक काल और किस राशि पर पड़ेगा इसका शुभ प्रभाव.

वृषभ: सूर्य ग्रहण वृषभ राशि वालों के लिए शुभ रहेगा. सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी. व्यापार में अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे. करियर में तरक्की के योग बन रहे हैं. बॉस के साथ संबंध अच्छे रहेंगे. घर-परिवार के लोगों का साथ मिलेगा. जीवन के हर क्षेत्र में भाग्य साथ देगा.

मिथुन: मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण शुभ फल देने वाला साबित होगा. पुराने विवादों से छुटकारा मिलेगा. इस राशि के लोगों की कोई अधूरी इच्छा पूरी होने के योग बनेंगे. करियर में अच्छा मुकाम हासिल करने में सफलता मिलेगी.

सिंह: सूर्य ग्रहण सिंह राशि वालों के लिए भी शुभ फल देने वाला होगा. धन लाभ के प्रबल आसार बन रहे हैं. किसी विवाद का निपटारा हो सकता है. काम के कारण यात्रा करनी पड़ सकती है जिससे धन की प्राप्ति होने के आसार होंगे.

कन्या: सूर्य ग्रहण कन्या राशि के जातकों के लिए भी शुभ साबित होगा. इस राशि के लोगों के साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी. अपनों का साथ मिलेगा. तरक्की के रास्ते खुलेंगे. इनकम में बढ़ोतरी के पूरे आसार हैं.

मकर: सूर्य ग्रहण का प्रभाव मकर राशि के जातकों पर शुभ होगा. व्यापार में उन्नति -प्रगति के योग बन रहे हैं. धन लाभ होने के अवसर बनेंगे. नौकरी में पदोन्नति होने की संभावना है. आय में बढ़ोतरी होने से आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलेगा.

सूर्य ग्रहण तारीख और समय

    ़4 दिसंबर को लगने जा रहे सूर्य ग्रहण की शुरुआत सुबह 11 बजे से होगी और समाप्ति दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर होगी.

    यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. इसलिए यहां इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा

इन हिस्सों में दिखेगा सूर्य ग्रहण

4 दिसंबर को लगने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा मुख्य रूप से पश्चिम अंटार्कटिका के पूर्व से पश्चिम तक देखा जा सकेगा. जबकि आंशिक सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया के उत्तरी भागों में दिखाई देगा.

सूर्य ग्रहण के समय सूर्य और चंद्र दोनों वृश्चिक राशि में होंगे

हिन्दू पंचांग के अनुसार सूर्य ग्रहण विक्रम संवत 2078 में मार्गशीर्ष मास की अमावस्या को लग रहा है, जिसका प्रभाव वृश्चिक राशि और अनुराधा और ज्येष्ठा नक्षत्र पर सबसे ज्यादा दिखेगा. सूर्य ग्रहण के समय सूर्य और चंद्र दोनों ही वृश्चिक राशि में मौजूद होंगे.

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