नर्मदा नदी में क्रूज चलाने की तैयारी

भोपाल । मप्र में क्रूज टूरिज्म को स्पीड देने के लिए मप्र टूरिज्म बोर्ड ने भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण एवं गुजरात सरकार के साथ एमओयू साइन किए हैं। इसके तहत भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने दो फ्लोटिंग जेटी (पोंटून) कोलकाता से प्रदेश के कुक्षी में भेजे हैं। यह पोंटून क्रूज के टर्मिनल के रूप में इस्तेमाल होंगे। टूरिज्म बोर्ड प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से क्रूज टूरिज्म की पहल कर रहा है। यह क्रूज ओंकारेश्वर स्थित एकात्म धाम (स्टैच्यू ऑफ वननेस) से गुजरात के केवडिय़ा में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक संचालित किया जाना प्रस्तावित है। प्राधिकरण के नोएडा स्थित हेड ऑफिस में हुए एमओयू के अनुसार भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण द्वारा मध्यप्रदेश और गुजरात को दो-दो फ्लोटिंग जेटी दी जाएगी। जिसमें से मध्यप्रदेश को यह जेटी पहुंचाई जा चुकी है।
अनुबंध होने से मध्यप्रदेश और गुजरात के बीच नर्मदा नदी पर बिना किसी बाधा के क्रूज का आवागमन तय होगा। अनुबंध के दौरान आईडब्ल्यूएआई के चेयरमैन विजय कुमार और पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव औशिव शेखर शुक्ला प्रमुख रूप से मौजूद थे। इस दौरान सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड के प्रबंध संचालक मुकेश पुरी, संयुक्त प्रबंध संचालक सरदार सरोवर नर्मदा निगम लिमिटेड उदित अग्रवाल भी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया, केवडिय़ा स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से लेकर चंदनखेड़ी कुक्षी तक कुल 120 किमी तक के रूट चिह्नित किया गया है। कुक्षी से पर्यटकों को सडक़ मार्ग के माध्यम से ओंकारेश्वर में स्थित स्टैच्यू ऑफ वननेस तक ले जाएंगे। रास्ते में उन्हें महेश्वर, मंडलेश्वर एवं मांडू भ्रमण भी करवाया जाएगा। इसके लिए चार जेटी स्थापित की जाएगी। दो मध्यप्रदेश के चंदनखेड़ी-कुक्षी, एवं सकरजा-अलीराजपुर और दो गुजरात के हनफेश्वर-छोटा उदयपुर एवं स्टैच्यू ऑफ यूनिटी-केवडिय़ा में स्थापित की जाएगी। क्रूज पर्यटन के लिए आवश्यक आधारभूत संरचनाएं एवं अन्य सुविधाएं राज्य शासन द्वारा विकसित की जाएंगी। उक्त क्षेत्र में आर्थिक विकास होगा और स्थानीय समुदाय तक व्यापक लाभ पहुंचेगा।
टूरिज्म बोर्ड की अपर प्रबंध संचालक बिदिशा मुखर्जी ने बताया कि प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नवाचार किए जा रहे हैं। इसके तहत क्रूज टूरिज्म की शुरुआत की जा रही है। क्रूज पर्यटन से न सिर्फ पर्यटन को नए पंख लगेंगे। साथ ही पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति, परंपराओं, जीवनशैली और व्यंजनों का आनंद लेने का मौका मिलेगा। नर्मदा नदी के सुरम्य परिदृश्यों के बीच रोमांच एवं आरामदायक सफर तय होगा।
पोंटून पानी में तैरने वाला एक प्लेटफॉर्म है। जिसे घाट पर या किनारे पर स्थापित किया जाता है। यह डूबता नहीं है और एकसाथ कई लोगों का वजन उठा सकता है। इसके माध्यम से पर्यटक क्रूज पर सुरक्षित एवं आरामदायक रूप से आवागमन कर सकेंगे।

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