राजस्थान में कांपी धरती, उदयपुर जिले का झाड़ोल था भूकंप का केंद्र…

उदयपुर| उदयपुर सहित प्रदेश के कुछ हिस्सों में मंगलवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किए गए। तीव्रता कम रहने से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र उदयपुर जिले के झाड़ोल का समीपवर्ती इलाका बताया जा रहा है, जहां जमीन के अंदर पांच किलोमीटर नीचे हलचल होने से भूकंप आया।

टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल की वजह से आया भूकंप

मंगलवार दोपहर दो बजकर 18 मिनट पर उदयपुर में भूकंप महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 3.0 बताई जा रही है। जिसके चलते जान-माल को किसी तरह के नुकसान नहीं हो पाया। इस मामले में भू विज्ञानी डॉ. अनिल अग्रवाल का कहना है कि भूकंप की असल वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल की वजह से होती है। इसके अलावा ज्वालामुखी विस्फोट तथा न्यूक्लियर टेस्ट की वजह से भी आते हैं।

राजस्थान में आने वाले भूकंप टेक्टोनिकल प्लेटों में हलचल की वजह से आया है। मंगलवार को आया भूकंप सामान्य भूकंप था। जबकि 21 मार्च को 6.6 तीव्रता का आया भूकंप खतरनाक माना जाता है। अच्छी बात यह रही कि राजस्थान में किसी जान और माल को नुकसान नहीं पहुंचा।

आठ दिन में तीसरी बार हिला राजस्थान

पिछले आठ दिन में यह तीसरी बार है, जब प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार से पहले 21 मार्च को रात दस बजकर 17 मिनट पर 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसका असर झुंझुनूं, जोधपुर, श्रीगंगानगर, अजमेर, चूरू सहित प्रदेश के कई हिस्सों में देखने को मिला। धरती हिलती देख लोग अपने घरों से बाहर निकल आए थे।

इसके बाद 26 मार्च को भी प्रदेश के बीकानेर संभाग में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। रात ढाई बजे बीकानेर के अलावा जैसलमेर तथा आसपास के इलाकों में भूकंप आने से लोग गहरी नींद से उठ गए थे। तब भूकंप की तीव्रता 4.2 आंकी गई थी। मंगलवार को आए भूकंप के अलावा अन्य दो बार आए भूंकप में भी जान-माल को नुकसान नहीं पहुंचा था।

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