ऐसे ATM में चूरन नोट डालता था आरोपी, जानिए कौन था अगला निशाना?

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एटीएम में चूरन वाले नोट डालने के आरोप में पुलिस ने मुख्य आरोपी मोहम्मद ईशा को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। ईशा ने पुलिस की शुरुआती पूछताछ कई अहम खुलासे किए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी युवक मीडिया में घटना के आने के बाद ही संगम विहार स्थित अपने दूसरे घर में छिपा हुआ था। पुलिस उसके दोस्तों और परिजनों से पूछताछ के आधार पर आरोपी तक पहुंची है। पुलिस के अनुसार आरोपी का वसंत विहार में भी घर था। आरोपी ईशा को गुरुवार को पुलिस ने संगम विहार से गिरफ्तार किया।

निम्न मध्यम वर्ग इलाके थे निशाने पर

पुलिस के अनुसार, ईशा के निशाने पर निम्न मध्यम वर्ग बहुल इलाके थे। वह मुख्य रूप से संगम विहार, देवली गांव, तिगड़ी और तुगलकाबाद इलाके में इन नोटों को खपाने की फिराक में था। वह जानता था कि इन इलाकों में रहने वाले लोग इतने जागरूक नहीं है कि नकली नोट की बैंक से शिकायत करेंगे। इसीलिए उसने ऐसे इलाकों में एसबीआई के एटीएम में चूरन वाले पैसे भरने की योजना तैयार की।

50 से ज्यादा नोटों को बदलने की थी तैयारी

पुलिस पूछताछ में आरोपी ईशा ने बताया है कि वह कुछ दिनों में 50 से ज्यादा चूरन के नोट को बदलने की तैयारी में था। उसने प्रयोग के तौर पर पहली बार यहां पांच नोट डाले थे। इस मामले में पुलिस एजेंसी के दूसरे कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी।

घटना के मीडिया में आने के बाद हरकत में आई पुलिस

मामले का हिन्दुस्तान में बुधवार को खबर प्रकाशित होने के बाद ही संबंधित एजेंसी और पुलिस हरकत में आई। पीड़ित युवक ने दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस को छह फरवरी को ही शिकायत दे दी थी। मामला भी दर्ज हो गया था, लेकिन पुलिस ने 15 दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं की। खबर प्रकाशित होने के बाद महज 48 के भीतर ही संबंधित एजेंसी ने पुलिस को जानकारी दी और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पहले के मामलों की पड़ताल कर रहा बैंक

बैंक अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की पहले की घटनाओं की पड़ताल की जा रही है कि उन मामलों में क्या हुआ था। साथ ही एटीएम के फुटेज की भी जांच की जा रही है कि नोट डालने के दौरान तो कोई गड़बड़ी नहीं की गई। बैंक का कहना है कि ईशा पहले जहां काम कर चुका है, पुलिस को इस बात की जानकारी दे दी गई है ताकि अगर उसने वहां भी कोई गड़बड़ी की हो तो उसके सारे मामले खुल सकें।

तकनीकी पहलू से भी एटीएम की जांच

बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जिस तरह का नोट एटीएम से निकलने की बात कही जा रही है वह ग्लेज पेपर से बनाया गया है। यह नोट असली नोट से बहुत पतला है और हाथों में गिनने पर चिपकता है। ऐसा नोट मशीन में डालने पर तुरंत फंस जाता है और मशीन बंद हो जाती है। बैंक तकनीकी पहलू से भी इस मामले की जांच कर रहा है।

'मामले की सख्ती से हो जांच'

वित्त मंत्रालय संगम विहार में एसीआई के एटीएम से निकले चूरन वाले नोट के मामले पर नजर बनाए हुए है। गुरुवार को आरोपी की गिरफ्तारी से पहले वित्त राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि मामले की कड़ाई से जांच हो रही है। वित्त राज्य मंत्री गंगवार ने कहा कि जबसे मोदी सरकार आई है। कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार कड़े कदम उठाए गए हैं और आगे भी यह क्रम जारी रहेगा। उन्होंने बेनामी संपत्ति कानून के तहत विभिन्न एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई के मुद्दे पर कहा कि सरकार की प्राथमिकता देश को कालेधन और भ्रष्टाचार से मुक्त बनाना है।

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