दशकों बाद सावन में बना है ये संयोग, रक्षा बंधन पर लगेगा ग्रहण

इस बार सावन मास सोमवार 10 जुलाई से प्रारंभ होकर 7 अगस्त सोमवार तक चलेगा, 5 सोमवार इस मास में आएंगे, ऐसा होने से इसका महत्व कई गुणा बढ़ जाता है। ज्योतिष शास्त्रानुसार 5 अंक का अपना अलग ही महत्व है क्योंकि शरीर में 5 इंद्रियां होती हैं। 7 अगस्त को रक्षा बंधन है और सुबह 11.07 बजे से बाद दोपहर 1.50 बजे तक रक्षा बंधन हेतु शुभ समय है। इसी दिन चंद्र ग्रहण भी होगा जो रात्रि 10.52 से शुरू होकर 12.22 तक रहेगा। चंद्र ग्रहण से 9 घण्टे पूर्व सूतक लग जाएगा। इससे पहले भद्रा का प्रभाव रहेगा। चंद्रग्रहण पूर्ण नहीं होगा बल्कि खंडग्रास होगा। इसे भारत के अतिरिक्त एशिया के अधिकांश देशों, ऑस्ट्रेलिया, यूरोपीय देशों, दक्षिण अफ्रीका आदि स्थानों पर दिखा जा सकेगा।

 

ऐसा संयोग दशकों बाद बनता है। इस बार सावन का महीना अनंत गुणा पुण्य प्रदान करेगा। इन दिनों किया गया दान-पुण्य एवं पूजन समस्त ज्योर्तिलिंगों के दर्शन के समान फल देने वाला होता है। 


श्रावण मास की शुक्ल तृतीया को समस्त उत्तर भारत में तीज पर्व अति उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। इस मास विशेषकर शिव पुराण पढऩा, सुनना, शिव पूजन, अर्चन, अभिषेक से विशेष लाभ एवं किसी प्रकार का दैहिक-दैविक कोई भी कष्ट हो तो उससे राहत मिलती है। शिवजी के रुद्र रूप की पूजा के लिए आप शिवलिंग का काले तिलों से स्नान प्रतिदिन करा सकते हैं और अखंड ज्योति भी जला सकते हैं। 
इस मास में भगवान भोले शंकर को दूध, जल, पंचगव्य, बिल्व पत्र, आक, धतूरा, भांग आदि चढ़ाने से उनकी प्रसन्नता प्राप्त होती है।


वृंदावन में इसी मास श्रावण शुक्ल तीज को झूला उत्सव एवं फूल बंगले सजाकर ठाकुर जी की सेवा करके भक्तजन कृपा भक्ति से आत्मविभोर होते हैं।

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