दाती महाराज को राहत या फिर आफत, दिल्ली हाईकोर्ट में अहम सुनवाई

नई दिल्लीः बलात्कार के आरोप में घिरे शनिधाम के संस्थापक दाती महाराज के खिलाफ पीड़िता की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट गुरुवार को सुनवाई करेगा.गुरुवार को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को हाईकोर्ट में जवाब देना होगा.दरअसल, पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.आपको बता दें कि पीड़िता ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआइ जांच और दाती की गिरफ्तारी की मांग की है.अभी इस केस की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है.

इससे पहले हाईकोर्ट ने दाती महाराज की अब तक गिरफ्तारी न होने पर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी.कोर्ट ने पुलिस से पूछा था कि अब तक आपने क्या किया, आपको अंदाज़ा है कि यौन उत्पीड़न और शोषण के क्या मायने है. इस मामले को महीने भर से ऊपर हो चुका है. इससे पहले एक NGO ने CBI जांच की मांग की थी

इससे पहले सिटीजन फोरम फॉर सिविल राइट्स (एनजीओ) ने याचिका दायर कर 25 वर्षीय युवती से बलात्कार के मामले में पुलिस की जांच पर सवाल उठाते हुए सीबीआइ से जांच कराने की मांग की थी.याचिका में आरोप लगाया गया था कि दाती महाराज की गिरफ्तारी न होने से गवाहों को प्रभावित किया जा सकता है और सबूत नष्ट किए जा सकते हैं.इस मामले में दाती महाराज के खिलाफ 9 जून को शिकायत दी गई थी और 11 जून को रिपोर्ट दर्ज हुई थी.हाई कोर्ट ने 11 जुलाई को इस याचिका कोई आदेश नहीं दिया था हालांकि कोर्ट ने पीड़िता को याचिका दायर करने की छूट दी थी. 

पीड़िता को याचिका दायर करने की मिली थी छूट

इससे पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता को सुझाव दिया था कि वह इस संबंध में पीड़िता के हलफनामा के साथ याचिका दायर कर सकता है. हाईकोर्ट के बाद आदेश के बाद याचिकाकर्ता के वकील जोगिंदर तुली ने याचिका वापस ले ली थी.अब पीड़िता की तरफ से सीबीआइ जांच के लिए याचिका दायर की गई है. 


क्या है पूरा मामला

पीड़ित युवती की शिकायत पर फतेहपुरी बेरी थाने की पुलिस ने 7 जून को दाती और उसके तीन भाइयों अशोक, अर्जुन और अनिल के खिलाफ रेप के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी.शिकायतकर्ता का कहना था कि कथित आरोपियों ने साल 2016 में यहां और राजस्थान स्थित अपने आश्रम में ‘चरण सेवा’ के नाम पर उसका यौन शोषण किया.आरोप के मुताबिक युवती पर पेशाब पीने तक का दबाव बनाया गया.12 जून को यह केस स्थानीय पुलिस से लेकर क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया था. 


Leave a Reply